Top 20 हदीस कोट्स | Top 20 Hadees Quotes In Hindi With Translation

जिनसे आप को सीखने को मिलेगा कि इंसान की दुनिया और आख़िरत दोनों की कामयाबी किस में है, और हदीस हमें सिखाती हैं कि कैसे अल्लाह से सच्चा राब्ता क़ायम किया जाए, इंसानों के हुक़ूक़ कैसे अदा किए जाएं और कैसे एक पाकीज़ा ज़िन्दगी गुज़ारी जाए।

नबी ﷺ ने फ़रमाया:
"तालिबे इल्म के लिए फ़रिश्ते अपने पंख बिछाते हैं और उसके लिए दुआ करते हैं।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 2682
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"क़यामत के दिन मुझसे सबसे क़रीब वो होगा जिसका अख़्लाक़ सबसे अच्छा होगा।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 2018
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"अपने भाई से मुस्कुराकर मिलना भी सदक़ा है।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 1956
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"अल्लाह उन से मोहब्बत करता है जो अल्लाह के लिए मोहब्बत करते हैं और माफ़ करने वाले होते हैं।"
सहीह मुस्लिम, हदीस नं. 2567
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"तुम में सबसे बेहतर वो है जो लोगों के लिए सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद हो।"
मुस्नद अहमद, हदीस नं. 23408
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"जिसका दिल मस्जिद से लगा रहे, वह क़यामत के दिन अल्लाह के अर्श के साए में होगा।"
सहीह बुख़ारी, हदीस नं. 660
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"रहम करने वालों पर रहमान रहम करता है, ज़मीन वालों पर रहम करो, आसमान वाला तुम पर रहम करेगा।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 1924
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"दो मुसलमान जब मिलते हैं और हाथ मिलाते हैं, तो उनके गुनाह ऐसे गिरते हैं जैसे पेड़ से पत्ते गिरते हैं।"
मुस्नद अहमद, हदीस नं. 23485
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"जो क़ुरआन की एक हरफ़ पढ़े, उसके लिए एक नेकी है और हर नेकी का सवाब दस गुना है।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 2910
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"जो माफ़ कर देता है, अल्लाह उसका दर्जा बुलंद कर देता है।"
मुस्नद अहमद, हदीस नं. 16546
op 20 Hadees Quotes In Hindi
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"ताक़तवर वह नहीं जो पहलवान हो, बल्कि ताक़तवर वह है जो ग़ुस्से के वक़्त अपने आप को काबू में रखे।"
सहीह बुख़ारी, हदीस नं. 6114
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"वह मोमिन नहीं जिसका पेट भरा हो और उसका पड़ोसी भूखा हो।"
मुस्नद अहमद, हदीस नं. 9676
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"तुम में से कोई मोमिन नहीं हो सकता जब तक कि वह अपने भाई के लिए वही पसंद न करे जो
अपने लिए पसंद करता है।"
सहीह बुख़ारी, हदीस नं. 13
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"अपने भाई को खुशी से देखना भी सदक़ा है।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 1963
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"इल्म की तलाश हर मुसलमान मर्द और औरत पर फ़र्ज़ है।"
इब्ने माजह, हदीस नं. 224
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"रात की नमाज़ (तहज्जुद) के बाद फ़ज्र से पहले कोई नफ़्ल बेहतर नहीं।"
सहीह मुस्लिम, हदीस नं. 1163
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"दुनिया मोमिन के लिए कैदख़ाना और काफ़िर के लिए जन्नत है।"
सहीह मुस्लिम, हदीस नं. 2956
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"'ला हौल वला क़ुव्वता इल्ला बिल्लाह' कहना जन्नत के ख़ज़ानों में से है।"
सहीह बुख़ारी, हदीस नं. 7386
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"दुआ इबादत का सार है।"
जामिअ तिर्मिज़ी, हदीस नं. 3371
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
"सच्चाई नेकी की तरफ़ ले जाती है, और नेकी जन्नत की तरफ़।"
सहीह मुस्लिम, हदीस नं. 2607

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