अस्सलामु अलैकुम दोस्तों ! जैसा कि आपको मालूम है कि हम 99 Names Of Allah series चला रहे हैं जिसमें हम ने अल्लाह के नामों के फ़ायदे यानि Allah Ke 99 Naam With Benefits In Hindi बताये हैं तो ये उसी Series का Part 2 है इसके अलावा Series की दूसरी पोस्ट पढने और अपनी जानकारी बढ़ाने के लिए के लिए यहाँ पर क्लिक करें |
Allah Ke 99 Naam With Benefits In Hindi Part 2
16. अल-क़ह्हार {Al-Qahhar)
सबको क़ाबू में रखने वाला, वो ज़ात जो सब पर ग़ालिब हो, उसके गल्बे को कोई ताक़त न रोक सके
1. जो शख्स दुनिया की मोहब्बत में गिरफ्तार हो, वह ख़ूब इस नाम को पढ़े इंशाअल्लाह दुनिया की मोहब्बत जाती रहेगी, और अल्लाह तआला की मोहब्बत पैदा हो जाएगी और खात्मा खैर पर होगा
2. जो किसी मुश्किल के वास्ते इसको 100 बार पढ़े तो उसकी मुश्किल हल होगी
3. दुश्मन को हराने के लिए फर्ज और सुन्नत के दरमियान 100 बार इस नाम का पढ़ना मुफीद है
17. अल-वह्हाब {Al-Wahhab}
( बड़ा फ़य्याज़, बहुत देने और अता करने वाला )
1. जो इशा की नमाज़ के बाद 1150 बार पढ़े वो क़र्ज़दार नहीं रहेगा
2. जो फ़क्र व फाक़ा में हो वो इस नाम को खूब पढ़ा करे, या लिख कर अपने पास रखे या चाश्त की नमाज़ के आख़िरी सजदे में 40 बार इस नाम पढ़े अल्लाह तआला उसे फाक़ा से हैरत अंगेज़ तरीक़े पर नजात देंगे
18. अर-रज्ज़ाक़ {Ar-Razzaq}
( ख़ूब रोज़ी पहुँचाने वाला )
1. जो इस नाम को नहार मुंह 20 बार पढ़ने का रूटीन बनाले तो अल्लाह तआला ऐसा ज़हन अता फरमाते हैं जो बारीक और मुश्किल चीज़ों को भी समझ लेता है
2. जो शख्स अपने मकान के चारों कोनों में सुबह की नमाज़ से पहले 10 -10 बार यह नाम पढ़कर दम करेगा, अल्लाह तआला उस पर रिज्क के दरवाजे इंशाअल्लाह खोल देंगे, बीमारी और मुफलिसी उसके घर में हरगिज़ नहीं आएगी ( पढ़ने की शुरुआत दाहिने कोने से करें और मुंह किबले (यानि काबा) की तरफ रखें )
19. अल-फ़त्ताह {Al-Fattah}
( रिज्क और रहमत के दरवाज़े खोलने वाला )
1. जो कोई अपना हाथ सीने पर रखकर फज्र की नमाज के बाद 71 बार यह नाम पढ़ेगा, उसका दिल पाक और मुनव्वर हो जाएगा और हक़ के रास्ते उसके लिए खोल दिए जायेंगे, और उसके इंशाअल्लाह तमाम कामों में आसानी और रिज्क में बरकत अता की जाएगी
2. अगर बहुत कमज़ोर ज़हन वाला चीनी की रिकाबी पर इस को लिख कर ज़ुबान से चाटे तो वो ज़हीन और तेज़ दिमाग़ वाला हो जायेगा
3. जो उसे 7 बार पढ़ेगा दिल की तारीकी जाती रहेगी और दिल रौशन हो जायेगा

20. अल-अलीम {Al-Aleem}
बहुत इल्म वाला, ख़ूब जानने वाला
1.जो “या अलीमु” खूब पढ़े, अल्लाह तआला उस पर इंशाअल्लाह इल्म के दरवाजे खोल देंगे और जो अल्लाह तआला से मांगेगा, वह बहुत जल्द मिलेगा और हाफिज़ा ( memory ) मज़बूत होगा
अगर फर्ज नमाज के बाद 150 बार पढ़ा करे तो वह साहिबे यक़ीन हो जाएगा
21. अल-क़ाबिद {Al-Qabid}
( रोज़ी तंग करने वाला )
1. अगर कोई शख्स इस नाम को 40 दिन तक रोजाना 4 या 40 निवालों पर लिख कर खा ले, तो वो भूक और क़ब्र के अज़ाब से महफूज़ रहेगा, इसी तरह ज़ख्म और दर्द की तकलीफ़ से भी महफूज़ रहेगा (इंशाअल्लाह)
22. अल-बासित {Al-Basit}
रिज्क़ में वुस अत पैदा करने वाला, रोज़ी कुशादा करने वाला
1. जो कोई मुश्किलों से निजात चाहता हो वो हर नमाज के बाद 140 बार पढ़े ये उसके लिए बहुत फायदेमंद है
2. जो 72 बार रोजाना इस नाम को पढ़े उसे अल्लाह तआला तमाम आफत और मुसीबतों से महफूज रखेंगे
23. अल-ख़ाफ़िद {Al-Khafid)
( पस्त करने वाला )
1. जो इस नाम को 500 बार पढ़ेगा इंशाअल्लाह इसकी हाजत पूरी होगी और उसकी परेशानी दूर हो जाएगी दुश्मन के सदमे से बच जाएगा और अल्लाह की हिफ़ाज़त उसके साथ रहेगी
2. जो उसे 1000 बार पढ़ेगा इंशाअल्लाह तमाम दुश्मनों से महफूज हो जाएगा
3. अगर कोई मुश्किल सामने आ जाए तो हर नमाज के बाद 1481 बार इसका पढ़ना बहुत मुफ़ीद है
24. अर-राफ़िउ {Ar-Rafiu}
( बलन्द करने वाला )
1. जो कोई पीर के दिन या जुमा की रात मगरिब या ईशा के बाद 440 बार इसको पढ़ेगा उसे मख्लूक़ के दरमियान एक रौब नसीब होगा
2. जो कोई इस नाम को हर रोज़ 20 बार पढ़ेगा इंशाअल्लाह वो अपनी मुराद पा लेगा
3. जो कोई इसे 351 बार पढ़ेगा वो मख्लूक़ के दरमियान अज़ीज़ होगा
4. जो इसे 70 बार पढ़ेगा वो जालिमों से अमन में रहेगा
25. अल-मुइज़्ज़ {Al-Muizz}
( इज्ज़त देने वाला )
1. जो शख्स पीर या या जुमा की रात में मगरिब के बाद 40 बार ये नाम पढ़ेगा इंशाअल्लाह ख़ुदा तआला उसकी हैबत और रौब मख्लूक़ के दिल में डाल देंगे
2. जो 140 दिन तक 41 बार रोजाना बगैर कोई नागा किये हुए इस नाम को पढ़ेगा वो दुनिया और आख़िरत में इज्ज़त पायेगा (पढने की शुरुआत पीर या जुमा की रात से करें)
26. अल-मुज़िल्ल {Al-Muzill}
( ज़िल्लत देने वाला )
1. जो कोई इस नाम को 75 बार पढ़ कर सजदे में दुआ करे तो अल्लाह तआला क़ुबूल फ़रमाते हैं
2. जिस का कोई हक़ किसी के ज़िम्मे हो और वो अदा करने में टाल मटोल कर रहा हो तो इस नाम को खूब पढ़ने से इंशाअल्लाह उसका हक़ अदा कर देगा
27. अस-समीउ {As-Sami}
( ख़ूब सुनने वाला )
1. जो कोई इस नाम को जुमेरात के दिन चाश्त की नमाज़ के बाद 500 बार पढ़ेगा इंशाअल्लाह मुस्तजाबुद दावात (वो जिसकी हर दुआ क़ुबूल होती है) बन जायेगा
2. जो इसे ख़ूब पढ़े, तो कम सुनने के मर्ज़ से (बहरापन) इंशाअल्लाह नजात पा जायेगा
28. अल-बसीर {Al-Baseer}
( ख़ूब देखने वाला )
1. जो जुमा की नमाज़ से पहले या बाद में 100 बार “या बसीरू” पढ़ेगा अल्लाह तआला उसकी निगाह में रौशनी और दिल में नूर पैदा फरमा देंगे और नेक कामों की तौफ़ीक़ अता फ़रमाएंगे
2. जो इस नाम को रोज़ाना अस्र के वक़्त 7 बार पढ़ लिया करे वो अचानक मौत से महफूज़ रहेगा
29. अल-हकम {Al-Hakam}
( हुक्म करने वाला, फ़ैसला करने वाला )
1. जो कोई जुमा की रात में आधी रात को ये नाम पढ़ेगा, अल्लाह तआला उसके बातिन को पाक साफ़ कर देगें
2. जो पाँचों वक़्त हर नमाज़ के बाद 80 बार इस नाम को पढ़ लिया करे, वो किसी का मोहताज नहीं होगा
30. अल-अद्लु {Al-Adl}
( खूब इन्साफ़ करने वाला )
1. जो इस नाम को हर नमाज़ के बाद पढ़ेगा वो गैब से रोज़ी पायेगा और नेक अमल की तौफ़ीक़ नसीब होगी
31. अल-लतीफ़ {Al-Lateef}
( बारीक बीं, बन्दों पर नरमी करने वाला )
1. जो शख्स 133 बार “या लतीफ़ु” पढ़ा करे इंशाअल्लाह उसके रिज्क में बरकत होगी और उसके सब काम बखूबी पूरे होंगे
2. जो शख्स फ़ाका, दुःख, बीमारी, तन्हाई या किसी और मुसीबत में गिरफ़्तार हो वो अच्छी तरह वुज़ू करके दो रकात नमाज़ पढ़े, और अपने मक़सद और मतलब को दिल में रख कर 100 बार ये नाम पढ़ ले, तो इंशाअल्लाह उसका मक़सद पूरा होगा
3. बेटियों के रिश्ते और उनका नसीब खुलने और बीमारियों से सेहत के लिए हर रोज़ दो रकात नमाज़ पढ़े और उसके बाद 100 बार इसका पढ़ना बहुत फ़ायदेमंद है
4. बीमारियों से शिफ़ा के लिए इस नाम के साथ कोई शिफ़ा की आयत पढ़ ली जाये तो बहुत फ़ायदा होगा
32. अल-ख़बीर {Al-Khabeer}
( बड़ा बाख़बर, हर बात से आगाह )
1. जो सात दिन तक लगातार इस नाम को पढ़े, उसे अल्लाह तआला की तरफ़ से रोहानियत नसीब होती है, मनचाहे मामलात में रहनुमाई मिलती है
2. जो नफ्से अम्मारा के हाथों गिरफ़्तार हो वो इस नाम को पढ़े, इंशाअल्लाह नजात मिलेगी
3. जो किसी तकलीफ़ देने वाली चीज़ के पन्जे में गिरफ़्तार हो वो इस नाम को खूब पढ़ा करे इंशाअल्लाह छुट्कारा नसीब होगा
33. अल-हलीम {Al-Haleem}
( बड़ा बुर्दबार )
1. जो कोई इस नाम को कागज़ पर लिख कर फिर उसक को धोये और पानी अपनी खेती पर छिड़क दे, तो इंशाअल्लाह खेती की हर आफत से हिफ़ाज़त रहेगी
2. जो दरख़्त बोते वक़्त इस नाम को 28 बार पढ़े तो दरख़्त ख़ूब लहलहाएगा
3. अगर इस नाम को कागज़ पर लिख कर पानी से धोकर अपने पेशे के अवज़ार पर मले तो उस पेशे में बरकत होगी
34. अल-अज़ीम {Al-Azeem}
( बुज़ुर्गी वाला, अज़मत वाला )
1. इस नाम का खूब ज़िक्र करने से इज्ज़त मिलती है, और हर मर्ज़ से शिफ़ा मिलती है
2. जो इस नाम को 7 बार पढ़े और पानी पर दम कर के पी ले तो इंशाअल्लाह उसके पेट में दर्द नहीं होगा
35. अल-गफ़ूरू {Al-Gafoor}
( बहुत बख्शने वाला )
1.जो इस नाम को खूब पढ़ेगा वो बुरे अखलाक़, रोहानी और जिस्मानी बीमारियों से महफूज़ रहेगा उसके माल और औलाद में बरकत होगी
अल्लाह इन नामों के सदके हमारी मुश्किलें आसान फ़रमाए और इन पर अमल करने की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए, आमीन
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