आप सारे दिन की भाग दौड़ से परेशान होकर थक जाते हैं, इतनी ज़्यादा थकावट कि रात को बिस्तर पर जब पहुँचते हैं तो आप की रूह सुकून तलाश कर रही होती है, लेकिन फिर भी कई काम ऐसे हैं जिनके बनने में रुकावट आ रही है और कुछ ज़रूरतें हैं जो पूरी होने का नाम नहीं ले रही हैं | कोई बात नहीं, आज हम सूरह यासीन के कुछ ख़ास फ़ायदे (Surah Yaseen Benefits In Hindi) बताएँगे जो आपकी ज़िन्दगी बदल सकते हैं।
यक़ीन जानिये ! आप अगर रोज़ाना Surah Yaseen को सुबह के वक़्त पढ़ लेते हैं यानि अपने दिन की शुरुआत Surah Yaseen से करते हैं तो न सिर्फ़ आप दिन भर तमाम बलाओं और मुसीबतों से महफूज़ हो जाते हैं, बल्कि आपके कामों (जाएज़ काम) में रुकावटे ख़त्म होनी शुरू हो जाती हैं क्यूंकि आपके वक़्त और ज़िन्दगी में बरकत आ जाती है | तो चलिए पहले इस सूरह के facts जान लें |
5 Facts Of Surah Yasin in Hindi
1. यह क़ुरआन की 36 वी सुरह है
2. यह मक्की सूरह है और इसमें 83 आयतें हैं
3. सूरह यासीन कुरान का दिल है
क्योंकि नबी करीम (सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम) ने खुद इसको कुरान का दिल करार दिया है और दिल जोकि बदन की असल है जब दिल जिंदा है तो बदन जिंदा है और दिल मरता है तो बदन भी मर जाता है
हमारे नबी पाक स.अ. ने फ़रमाया :
“हर चीज़ का एक दिल होता है, और क़ुरआन का दिल सूरह यासीन है।”
(तिरमिज़ी: 2887)
4. सूरह यासीन का एक नाम सूरह दाफिअह है
दाफी अह का मतलब है हर मुसीबत को हटाने और दफ़ा करने वाली यानि सो इस सूरह को सुबह पढ़ लेता है अल्लाह त आला उसको तमाम बलाओं से महफूज़ रखते हैं
5. सूरह यासीन का एक नाम सूरह काज़ियह है
यानि हाजतों को पूरा करने वाली जो इसको पढ़ता रहता है अल्लाह तआला उसकी तमाम हाजतें पूरी कर देते हैं

Surah Yaseen Benefits In Hindi
1.रूह निकलते वक़्त आसानी
आप जानते ही हैं कि जब इंसान पर मौत तारी होती है और उसकी रूह निकलने वाली होती है तो वो बहुत तकलीफ़ में होता है, कोई चीज़ उस पर से तकलीफ़ हटा नहीं सकती लेकिन ऐसी हालत में Surah Yaseen उसके पास बैठ कर पढ़ी जाये तो मरते वक़्त रूह आसानी से निकल जाती है और तकलीफ़ से नजात मिलती है, और हदीस में भी हुक्म है कि उस वक़्त यही सूरह पढ़ी जाये |
اقْرَؤُوا يس عَلَىٰ مَوْتَاكُمْ”
अपने मरने वालों पर सूरह यासीन पढ़ा करो .”(सुनन अबू दाऊद : 3121)
2. औलाद के लिए
अगर किसी औरत के औलाद न होती हो तो इस सूरह को रोज़ाना तीन बार पढ़ कर पानी पर दम कर दे उसके बाद वो पानी पी ले, या मीठी चीज़ पर तीन बार पढ़ कर दम करे और फिर उसको खा ले तो इंशाअल्लाह बहुत जल्द उसकी गोद हरी हो जाएगी |
3. पैदाइश में आसानी के लिए
आम तौर से बच्चे की पैदाइश के वक़्त औरतों बड़ी मुश्किलें हो जाया करती हैं, और कभी कभार किसी औरत को पैदाइश के वक़्त तकलीफ़ बहुत होती है, और कभी कोई मसअला सामने आ जाता है तो बड़ा आप्रेशन करना पड़ता है |
तो surah yaseen इससे बचने के लिए एक बेहतरीन सहारा है इसके लिए आप बस इतना करें कि जब हमल ठहर जाये तो उस वक़्त रोज़ाना तीन बार सूरह यासीन पढ़ कर पानी पर दम करें और उसको पी लिया करे तो जब पैदाइश या delivery का वक़्त आयेगा तो in परेशानियों से अल्लाह तआला महफूज़ रखेंगे और बच्चा आसानी से हो जायेगा |
4. ज़च्चा और बच्चा की सेहत सेहत लिए
जब बच्चा पैदा हो जाता है तो उस वक़्त आम तौर से औरतों में कमजोरी रहती है और हड्डियों में दर्द शुरू हो जाता है, मोटापा बढ़ जाता है वगैर वगैरा कई तरह की मुश्किलें हो जाती हैं जिस के लिए लोग दवाएं करते हैं गिज़ायें खाते हैं
लेकिन अगर कोई दूसरा सूरह यासीन को पानी पर पढ़े और उस पानी को उस औरत को पिला दे जिसके delivery हुई है तो बच्चे की पैदाइश के बाद का वक़्त इंशाअल्लाह उस के लिए मुश्किल न रहेगा और जिस्म व सेहत दुरुस्त रहेगा |
(इस वज़ीफे में औरत ख़ुद नहीं पढ़ सकती क्यूंकि इस हालत में वो नापाक होती है लेकिन कोई दूसरा रोज़ाना पढ़ पढ़ कर पानी पिलाता रहे)
5. ग़ायब शख्स को बुलाने के लिए
अगर कोई शख्स घर से नाराज़ हो कर भाग गया है और उसका कोई पता नहीं मिल रहा है तो 21 बार उसको तलाश करने की नियत से सूरह यासीन की तिलावत करें, इंशाअल्लाह तीन दिन में ही वो वापस आ जायेगा और अगर तीन दिन में वापस नहीं आया तो 7 दिन में तो इंशाअल्लाह हर हाल में वापस आ जायेगा |
6. भूत प्रेत जिन आसीब से हिफ़ाज़त के लिए
किसी के बच्चे को जिन, आसीब, भूत प्रेत का कोई मसला हो या बच्चा घर में उलझा उलझा सा रहता हो लेकिन जब डॉक्टर को दिखाओ तो वो कहता है कि बिल्कुल सही है, तो ऐसे में सूरह यासीन पढ़ कर रोज़ाना उसके कानों में फूँक दिया करें और पानी दम कर के पिला भी दिया करें तो जैसा भी मर्ज़ तकलीफ़ जादू टोना होगा वो दुरुस्त हो जायेगा |
ख्व़ाब में सूरह यासीन पढ़ते हुए देखा तो….
जिस ने ख्व़ाब में देखा कि वो सूरह यासीन पढ़ रहा है या सुन रहा है तो इस बात की बशारत और खुशखबरी है कि उसका हशर क़यामत में रसूलुल लाह (सल्लल लाहु अलैहि वसल्लम) के साथ या उनके खानदान के साथ होगा |
इस सूरह को ख्व़ाब में पढ़ने या सुनने वाला की एक ताबीर ये भी है कि अल्लाह तआला उसको ऐसी नेअमत अता फ़रमाएंगे जिससे वो लोगों में मुअज्ज़ज़ हो जायेगा ( यानि दुनियावी नेअमतों में से )
अल्लाह त आला surah yaseen की बरकतों से हम सबको मालामाल फ़रमाए, आमीन